लखनऊ : एसटीएफ ने गुरुवार को राजधानी में नेशनल पीजी कॉलेज के पास बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के बहाने करोड़ो का चूना लगाने वाले गैंग को गिरफ्तार कर लिया है। बड़ी बात यह है की इसमें पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी सचिव भी शामिल है जिसकी सहायता से यह लोग घटनाओं को अंजाम देते थे।
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एसटीएफ को काफी समय से नौकरी के नाम पर ठगने वाले गिरोह के विषय में शिकायतें मिल रही थीं। जिसके बाद से वे इस गिरोह को पकड़ने के लिए काफी सक्रिय थे। गुरुवार को मिली सोचने के आधार पर वे इस गिरोह को पकड़ने में सफल हुए। जानकारी करने पर पता लगा की इस गिरोह में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव अरमान खान समेत असगर अली ,जमील, फ़ैज़ी , विशाल गुप्ता ,अमित राव , मुनव्वर और सैफी शामिल थे जो बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर बहला फुसला कर उनसे करोडो की ठगी करते थे।
पूछताछ करने पर असगर अली ने बताया कि वह आउट सोर्सिंग विभागों में काम कर चूका है और सरकारी पत्रों तथा विभागों की जानकारी रखता है। सचिवालय में मंत्री के सचिव अरमान के माध्यम से उसकी आसानी से पहुंच थी। लड़को को फ़साने का काम वही करता था। इसका साथी अरमान खान जो पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी सचिव था अपने कार्यालय का इस्तेमाल सलाहकार इत्यादि के लिए करता था तथा समय समय पर अभ्यर्थियों को बहाने से मंत्रीजी से मिलवाता रहता था। इनके एक और साथी फ़ैज़ी को अरमान के माध्यम से सचिवालय में डिजिटलाइज़ेशन का काम करने वाली कंपनी में वेंडर सप्लाई का काम मिल गया था जिसके कारण इसको सचिवालय परिसर में ही काम करने की जगह मिल गयी थी और यह वही पर ट्रेनिंग के नाम पर लड़को को रखता था। सरकारी भवन में ट्रेनिंग होने के कारण लड़को को शक नहीं होता था और वो इनके चंगुल में फंस जाते थे। सभी अपराधियों को गिरफ्तार करके थाना हज़रतगंज में उनके विरुद्ध केस दर्ज़ कर लिया गया है।