ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, राहु को पापी ग्रह माना जाता है। अगर किसी जातक की कुंडली में राहु दोष है जो उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यह परेशानियां शारीरिक, मानसिक या फिर आर्थिक स्थिति से जुड़ी हो सकती है। इतना ही नहीं राहु के दुष्प्रभाव से व्यक्ति तनाव में रहने लगता है। आमतौर पर राहु की स्थिति कई जगह बताई गई हैं। लेकिन घर की इन दोनों जगहों को साफ नहीं रखा तो राहु का प्रकोप प्रारंभ हो जाता है। जानिए इन दोनों जगहों के बारे में।
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शौचालय
पहले जमाने में भारतीय संस्कृति के अनुसार घर के अंदर शौचालय बनवाना अशुभ माना जाता है। इसी कारण घर के बाहर किसी कोने में शौचालय बनवाना जाता था। लेकिन आज कल के भागदौड़ भरी जिंदगी में मॉर्डन लुक के तौर पर घर के अंदर क्या रूम के अंदर ही शौचालय बनवाने लगे हैं। लेकिन वास्तु के मुताबिक, घर के अंदर बने शौचालय को नकारात्मक ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा बाथरूम में चंद्रमा का वास होता है और टॉयलेट में राहु का वास होता है। ऐसे में दोनों का एक साथ एकत्र हो जाने से ग्रहण योग बन जाता है, जिससे चंद्रमा भी दूषित हो जाता है। ऐसे में उस घर में रहने वाले लोगों को कई तरह के दोष लग जाते हैं। क्योंकि चंद्रमा को मन का कारण माना जाता है और राहु को विष के समान माना जाता है। ऐसे में राहु जातक के दिमाग, मन पर बुरा असर डालता है। इतना ही नहीं जातक कई तरह के रोगों का शिकार हो जाता है। इसलिए वास्तु के मुताबिक, घर में मौजूद शौचालय को हमेशा साफ, सूखा आदि रखना चाहिए। शौचालय को सुगंधित बनाने के लिए एक कोने में थोड़ी सी कर्पूर भी जला सकते हैं या फिर एक कांच की कटोरी में थोड़ा सा नमक डालकर कोने में रख दें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होने के साथ राहु दोष भी कम लगता है।
सीढ़ियां
शौचालय के अलावा राहु ग्रह सीढ़ियों में वास करता है। इसलिए घर में मौजूद सीढ़ियों को साफ-सुथरा रखना चाहिए। अगर थोड़ी सी भी टूट-फूट गई है तो उसे तुरंत सही करा देना चाहिए। इसके अलावा सीढियों को सही द्शा में बनवाना बेहद जरूरी है। वास्तु के मुताबिक सीढ़ियों की सफाई न रखने से राहु सक्रिय हो जाता है। ऐसे में जीवन में कई तरह के उथल-पुथल मचा देता है। इसके साथ ही व्यक्ति कर्ज में डूब जाता है।
राहु ग्रह सक्रिय न हो इसके लिए सीढ़ियों को साफ करने के साथ-साथ उनके नीचे शौचालय, बाथरूम आदि न बनवाएं और ना ही कोई बेकार की चीजें रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है।