स्थानीय सब्जियों की भरपूर आवक नहीं होने और हरी सब्जियों के लिए राजस्थान पर निर्भर होने के कारण हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं चैन्नई में नींबू की फसल खराब हो जाने के कारण नींबू के दामों में भी थोक में इजाफा हुआ है, तो फुटकर विक्रेता तो जमकर मनमानी कर रहे हैं। स्थानीय फसल आ जाने के कारण आलू के दाम नियंत्रित बने हुए हैं। वहीं स्थानीय हरी सब्जियों की भरपूर आवक सप्ताहभर बाद हो जाएगी, जिसके बाद दामों पर लगाम लगेगी।
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सिकंदरा थोक मंडी में थोक में रविवार को नींबू के थोक में दाम 120 रुपये प्रति किलोग्राम थे, तो फुटकर बाजार में विक्रेता 220 से 250 रुपये तक कुछ भी वसूल रहे हैं। सिविल लाइन, कमला नगर, लायर्स कालोनी में नींबू 250 रुपये और इससे भी अधिक मूल्य लिए जा रहे हैं, जबकि विजय नगर, नगला पदी, आवास विकास में ये 240 रुपये प्रति किलोग्राम है। मऊ रोड, खंदारी, बापू नगर में नींबू 220 रुपये प्रति किलोग्राम बेचा जा रहा है। तुरई, शिमला मिर्च, करेला, टिंडा, कटहल आदि के दामों में भी जबरदस्त उछाल है।
गर्मियों की शुरुआत में दामों में अंतर आ जाता है। स्थानीय सब्जी की आवक नहीं हो पाती है, जिस कारण बाहर की सब्जी पर निर्भर रहना पड़ता है। सप्ताहभर बार स्थानीय सब्जी की भरपूर आवक होने लगेगी।