समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में प्रदेश में बिजली-पानी का संकट गहराने लगा है। राज्य सरकार हमेशा ‘आल इज वेल’ के मूड में रहती है, इसलिए जनता की परेशानियों से वह कोई वास्ता नहीं रखती है। मुख्यमंत्री अपने को बैठक-दर-बैठक में व्यस्त रखते हैं और आदेश पर आदेश निकाल कर संतुष्ट हो जाते हैं।
अभी गर्मी की शुरुआत में ही, ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। लोग घंटों-घंटों तक अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। बिजली के अभाव में नलों से पानी भी नहीं आता है। अधिकतर स्थानों पर हैंडपंप बेकार पड़े हैं और ट््यूबवेल भी काम नहीं कर रहे हैं। सबसे खराब हालत तो बुंदेलखंड की है जहां पहाड़ी इलाका होने से पेयजल संकट से लोग त्रस्त हो चले हैं।
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आरक्षण विरोधी है भाजपा की नीति व सोच : अखिलेश ने कहा कि भाजपा की नीति व सोच आरक्षण विरोधी है। यही वजह है कि अधिकतर आरक्षित पद रिक्त पड़े हैं। विभिन्न विभागों में पदोन्नति में आरक्षण के आंकड़ों का संकलन नहीं है। ग्रुप ए से सी तक आरक्षित पदों में भी निर्धारित मानकों से कम नियुक्ति हुईं हैं। उच्च पदों पर नाममात्र का प्रतिनिधित्व ही दिया जा रहा है।