हिंदू धर्म में सूर्य को सर्वश्रेष्ठ देवता के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि सूर्योदय के समय भगवान को अर्घ्य देने से व्यक्ति तनाव मुक्त होने के साथ-साथ रोगों से मुक्ति, सुख और आयु में वृद्धि होती है। सूर्य देव को हमेशा तांबे के लोटे से ही जल चढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही जल चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखें कि जल किसी गमले या फिर तुलसी के पौधे पर ही गिरें। क्योंकि यह जल पवित्र माना जाता है। ऐसे में पैर के नीचे यह जल आना अशुभ माना जाता है। इसके साथ ही भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए जल में कुछ चीजें जरूर मिलाएं। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा।
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भविष्य पुराण के अनुसार, नियमित रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करने के साथ इस मंत्र का जरूर जाप करना चाहिए। मंत्र- ऊँ सूर्याय नम:। इसके अलावा ऊँ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् मंत्र का जाप करना भी शुभ होगा।
भगवान सूर्य को जल के साथ अर्पित करें ये चीजे
फूल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस तरह हर देवी देवता को फूल चढ़ाने से वह प्रसन्न होते हैं। उसी तरह सूर्य भगवान को अर्घ्य देते समय लाल रंग का फूल अर्पित करें। इससे सूर्य देवता की कृपा हमेशा आपके ऊपर बनी रहेगी।
रोली
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान सूर्य को रोली चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। इसलिए सूर्य देवता को तांबा के लोटे से जल चढ़ाते समय थोड़ा सा रोली भी डाल लें।
अक्षत
हिंदू धर्म में अक्षत का काफी महत्व है। अक्षय यानी बिना टूटा हुआ चावल। भगवान सूर्य की पूजा के दौरान अक्षत चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख- शांति बनी रहती है।
शक्कर या मिश्री
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि सूर्य देवता को मीठा जल बढ़ाने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं। इसलिए आप चाहे तो जल में थोड़ी सी मिश्री या फिर शक्कर मिलाकर अर्घ्य करें।