प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के निदेशक टेड्रोस गेब्रेयसस को ‘तुलसी भाई’ नाम दिया है। यह गुजराती नाम है। इससे पहले गुजरात के जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन के उद्घाटन के दौरान WHO प्रमुख ने संबोधन की शुरुआत गुजराती से की थी। सबसे पहले उन्होंने हाथ जोड़कर नमस्कार किया। इसके बाद गुजराती में लोगों से पूछा ‘केम छो’? इसके बाद जब लोगों ने इसका जवाब दिया तो उन्होंने भी “मजा मा’ बोला।
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आज प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश एवं नवोन्मेष सम्मेलन में कहा, वर्ष 2014 में आयुष क्षेत्र तीन अरब अमेरिकी डॉलर का था, जो अब बढ़कर 18 अरब अमेरिकी डॉलर का हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत पारंपरिक उपचार पद्धतियों के लिए देश आने वाले लोगों के लिए जल्द आयुष वीजा श्रेणी शुरू करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि भारत जल्द आयुष मार्क पेश करेगा, जो देश के गुणवत्तापूर्ण आयुष उत्पादों को प्रामाणिकता देगा।
आपको बता दें कि मंगलवार को गुजरात के जामनगर में पीएम नरेंद्र मोदी और WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने गुजरात के जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की आधारशिला रखी थी। इस दौरान WHO प्रमुख ने अपने गुजराती से सबका दिल जीत लिया। उनकी गुजराती सुनकर पीएम मोदी भी मुस्कुराने लगे और तालियां बजाने लगे।
जामनगर में डब्ल्यूएचओ केंद्र की स्थापना नए युग की शुरुआत: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे मंगलवार को कहा कि यहां डब्ल्यूएचओ वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा केंद्र (जीसीटीएम) की स्थापना से विश्व में पारंपरिक चिकित्सा के युग की शुरुआत होगी।
मोदी और गेब्रेयेसस के बीच बैठक भारत द्वारा देश में कोविड-19 से संबंधित मौतों की संख्या का अनुमान लगाने संबंधी डब्ल्यूएचओ की कार्यप्रणाली पर आपत्ति जताए जाने के कुछ दिनों बाद हुई। मोदी ने इस अवसर पर कहा, ”जब भारत अभी अपनी स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, इस केंद्र के लिए यह शिलान्यास समारोह अगले 25 वर्षों के दौरान दुनिया में पारंपरिक चिकित्सा के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।”